छत्तीसगढ़

बिलासपुरः कलेक्ट्रेट का गेट कूदकर अंदर घुसे सरपंच, पुलिस ने रोका तो हुई झूमाझटकी, महिलाओं से भी धक्कामुक्की; फर्जी शिकायत के विरोध में आंदोलन

बिलासपुर I बिलासपुर में सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष और ग्राम पंचायत मुरु के सरपंच के खिलाफ फर्जी शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई, जिसके विरोध में सरपंच संघ ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर जमकर हंगामा मचाया। 500 से अधिक सरपंचों और पुलिस के बीच जमकर झूमा-झटकी हुई। आखिरकार SSP और जिला प्रशासन के अफसरों की समझाइश पर एक घंटे बाद मामला शांत हुआ।

सरपंच संघ के बैनर तले गुरुवार दोपहर सरपंचों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया। नारेबाजी करते हुए पहुंचे सरपंचों को सुरक्षा कर्मियों ने गेट पर रोक दिया,जिसके बाद सड़क में ही बैठकर हंगामा शुरू कर दिया। कुछ लोग कलेक्ट्रेट के गेट से कूदकर अंदर घुस गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की,तो जमकर धक्का मुक्की गई।

फर्जी शिकायत पर बैठा दी जांच, इसलिए भड़का आक्रोश
सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय मुरु के सरपंच हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश भर के सरपंच पिछले 10 सितंबर से राज्य शासन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, और कलम बंद हड़ताल पर हैं। सरपंच संघ सरकार से 20 हजार रुपए मानदेय देने, 10 लाख रुपए सरपंच निधि देने के साथ ही कोरोना काल के दो साल के कार्यकाल को आगे बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव के कुछ लोगों के नाम से फर्जी शिकायत लेकर उनके खिलाफ आर्थिक अनियमितता की जांच शुरू कर दी गई है। जबकि, गांव के लोगों ने उनके खिलाफ कोई शिकायत ही नहीं की है। ऐसे में फर्जी शिकायत पर जांच करने से सरपंच संघ में आक्रोश भड़क गया है। उन्होंने फर्जी शिकायत वापस लेने और जांच निरस्त करने की मांग की है।

महिला सरपंच और पुलिसकर्मी से झूमा झटकी
सरपंच संघ के प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट में पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी। इसके चलते सरपंचों की भीड़ गेट से कूद कर कलेक्ट्रेट में घुस गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन, वे गेट में चढ़ गए। इस दौरान महिला आरक्षक ने महिला सरपंच को रोकने की कोशिश की, तब उनके बीच झूमाझटकी शुरू हो गई और हंगामा हो गया।

सड़क पर बैठकर हंगामा
संघ के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय सहित पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी ओर से फर्जी शिकायत वापस लेने की मांग की जा रही है। गुरुवार को संघ के पदाधिकारी और सदस्य रैली निकालकर कलेक्टोरेट का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान कलेक्टोरेट का गेट बंद करने पर उन्होंने सड़क में बैठ कर जमकर नारेबाजी शुरू कर दी और धरने पर बैठ गए। फिर कलेक्ट्रेट के गेट से कूदकर अंदर घुस गए।

SECL के बाद कलेक्ट्रेट में लॉ एंड ऑर्डर

दरअसल, SECL मुख्यालय में प्रशिक्षित बेरोजगारों का घेराव चल रहा है। गुरुवार की सुबह SECL के अधिकारी और कर्मचारियों ने गेट में उन्हें जाने से रोकने के बाद चक्काजाम कर दिया। इसके चलते एडिशनल SP राजेंद्र जायसवाल, CSP स्नेहिल साहू के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल SECL मुख्यालय में तैनात कर दिया गया। अफसर अभी यहां लॉ एंड ऑर्डर संभाल रहे थे कि, दोपहर में सरपंच संघ द्वारा कलेक्ट्रेट का घेराव करने की जानकारी मिली। जब तक पुलिस अफसर और जवान वहां पहुंचते सरपंचों की भीड़ घुस गई थी। इसके चलते यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही SSP पारुल माथुर खुद मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने जिला प्रशासन के अफसरों के साथ मिलकर सरपंचों को समझाइश दी और जांच में शिकायत फर्जी पाए जाने पर कार्रवाई नहीं करने का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ।