छत्तीसगढ़

पाकिस्तान पर US मेहरबान! F-16 को लेकर राजनाथ ने अमेरिका को घुमाया फोन

नईदिल्ली I रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की. उन्होंने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान के लिए पैकेज देने को लेकर अमेरिकी फैसले पर भारत की चिंता जताई है. बातचीत के बारे में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, अमेरिकी रक्षा मंत्री श्री लॉयड ऑस्टिन के साथ टेलीफोन पर गर्मजोशी से और सार्थक बातचीत हुई. हमने रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की.

उन्होंने बताया कि हमने तकनीकी और औद्योगिक सहयोग को मजबूत करने और उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों में सहयोग का पता लगाने के तरीकों पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तान के F-16 बेड़े के लिए पैकेज प्रदान करने के हाल के अमेरिकी निर्णय पर भारत की चिंता व्यक्त की.

अमेरिका ने अपने फैसले को ठहराया जायज

दरअसल, बाइडन प्रशासन ने पाकिस्तान को 45 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता देने के कदम को जायज ठहराया है. उसका कहना है कि एफ-16 लड़ाकू विमान कार्यक्रम अमेरिका-पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों का अहम हिस्सा है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार को कहा, हमने हाल ही में कांग्रेस (संसद) को अवगत कराया है कि हम पाकिस्तानी वायु सेना के एफ-16 विमानों की मरम्मत और रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर देने जा रहे हैं.

अमेरिकी सरकार ने कहा कि इन लड़ाकू विमानों के बेड़े से पाकिस्तान को आतंकवाद रोधी अभियान के संचालन में मदद मिलेगी. बाइडन प्रशासन ने आठ सितंबर को पाकिस्तान को एफ-16 युद्धक विमानों के वास्ते 45 करोड़ डॉलर की मदद देने की मंजूरी दी थी. पिछले चार सालों में वाशिंगटन की ओर से इस्लामाबाद को दी गई यह पहली बड़ी सुरक्षा सहायता है.

अमेरिका ने कहा, पाकिस्तान कई मामलों में हमारा एक महत्वपूर्ण साझेदार

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा, पाकिस्तान कई मामलों में हमारा एक महत्वपूर्ण साझेदार है. वह आतंकवाद के खिलाफ जंग में हमारा एक अहम साझेदार है. हम अपनी नीति के तहत अमेरिका में निर्मित उपकरणों की मरम्मत और रखरखाव के लिए सहायता उपलब्ध कराते हैं.

प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तान का एफ-16 कार्यक्रम अमेरिका-पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों का एक अहम हिस्सा है और इस प्रस्तावित की मदद से पाकिस्तान को एफ-16 बेड़े की मरम्मत के लिए सहायता मिलेगी, जिससे वह आतंकवाद के वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपट सकेगा.