छत्तीसगढ़

युद्ध के 6 महीने के बाद रूस पड़ा हताश, जेलेंस्की के हौसले बुलंद, पुतिन के चेहरे पर छाई मायूसी!

नईदिल्ली I रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 6 महीने से भी अधिक समय से जंग जारी है. दोनों देशों के बीच इस युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी 2022 को हुई थी. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विशेष सैन्य अभियान के तहत हजारों सैनिकों को यूक्रेन भेजा था. उस दिन से शुरू हुई बमबारी में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. अपनी जान बचाने के लिए लाखों यूक्रेनी यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में पलायन कर चुके हैं.

वहीं, इस विनाशकारी जंग की आग में जलकर सैंकड़ों यूक्रेनी शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. जंग के बीच यूक्रेन के कई इलाकों पर रूस का कब्जा भी हो चुका है. छह महीने के भीषण जंग के बाद भी यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के हौसले बुलंद हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि जब रूस के कब्जे से यूक्रेन की एक-एक इंच जमीन वापस नहीं ले लेते तब तक वह युद्धविराम के लिए तैयार नहीं हैं.

अपने मकसद में अभी तक कामयाब नहीं हो पाया रूस

सबसे बड़ी बात यह है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन तमाम कोशिशों के बाद भी जेलेंस्की के हौसले को डिगा न सके. यूक्रेन इस युद्ध में रूस का डटकर सामना किया. ये और बात है कि रूसी जंग का सामना करने के लिए यूक्रेन को कई देशों ने मदद किया. चाहे वो सैन्य सहायता हो, या वित्तिय सहायता हो या फिर मानवीय सहायता हो. इतने दिनों के युद्ध के दौरान करीब 10 देशों ने यूक्रेन को हर वो मदद की जिसकी युक्रेन को दरकार थी. इसी के दम पर यूक्रेन इस युद्ध में रूस के सामने टिका रहा और उसका मनोबल भी नहीं टूटा. नतीजतन इस युद्ध में रूस को अभी तक हताशा और निराशा हाथ लगी है क्योंकि वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया है.

किसकी जीत, किसकी हार, कहना मुश्किल

हालांकि, इस युद्ध में कौन हारा और कौन जीता, फिलहाल यह कहना मुश्किल है. लेकिन यूक्रेन के खारकीव से रूसी सैनिकों की वापसी इस बात का संकेत देता है कि पुतिन इस युद्ध में कहीं न कहीं डगमगा गए हैं. शायद उन्होंने जो सोचा था उस पर पानी फिर गया. वहीं, इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि सितंबर महीने के शुरुआत में ही यूक्रेन ने रूस से 2 हजार किलोमीटर का इलाका फिर से हासिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि यूक्रेनी फोर्स ने मजबूती के साथ नॉर्थ-ईस्ट खारकीव में बढ़ते हुए 20 बस्तियों को रूसी कब्जे से आजाद करा लिया है. जेलेंस्की ने बालाक्लिया शहर को भी दोबारा अपने कब्जे में लेने की बात कही है.

खारकीव में लहराया यूक्रेन का झंडा

वहीं, खारकीव में रूस की सेना पीछे हट गई है. यूक्रेनी सेना ने बालाकलिया को रूसी फौज के कब्जे से छुड़ाने का दावा किया है. टाउन सेंटर में एक बार फिर से यूक्रेनी झंडा लहराया गया है. इस कामयाबी का हीरो यूक्रेनियन लैंड फोर्स के कमांडर कर्नल जनरल ओलेक्जेंडर को माना जा रहा है. कमांडर ओलेक्जेंडर ने कहा कि यूक्रेनी फौज को थोड़ी और जीत मिली, तो रूस की सेना बिखर जाएगी. इस घटनाक्रम पर यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने भी अपना बयान जारी किया है और कहा है कि ये तो अभी शुरुआत है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि खारकीव में रूस के सप्लाई चेन और हथियारों के भंडार को भी तहस-नहस कर दिया गया है. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, रूसी सेना से हमने कम से कम 30 इलाके खाली करा लिए हैं.