छत्तीसगढ़

साइरस की मर्सिडीज की फोरेंसिक रिपोर्ट:पुल की खराब डिजाइन से हुआ एक्सीडेंट; सेफ्टी फीचर्स ठीक थे, सीट बेल्ट न लगाने से गई जान

मुंबई I मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर सूर्या नदी के पुल की फॉल्टी डिजाइन की वजह से टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की कार हादसे का शिकार हुई। हादसे की जांच के लिए पहुंची IIT खड़गपुर की 7 मेंबर वाली फोरेंसिक टीम ने कार की डिटेल जांच करने के बाद यह रिपोर्ट दी है।

जांच टीम ने यह भी पाया कि साइरस मिस्त्री की मर्सिडीज GLC 220 कार के सभी सेफ्टी फंक्शन ठीक तरह से काम कर रहे थे। हादसे के समय एयरबैग भी खुले, लेकिन सीट बेल्ट न लगाने की वजह से टक्कर में साइरस के अंदरूनी अंगों में गंभीर चोटें आईं। यही उनकी मौत की वजह बनीं।

IIT खड़गपुर की सात मेंबर्स वाली फोरेंसिक टीम में दो PhD स्कॉलर, मैकेनिकल और सिविल इंजीनियर, क्रैश इन्वेस्टिगेशन के अनुभवी प्रोफेशनल्स और सिम्युलेशन में स्पेशलाइजेशन रखने वाले एक-एक मेंबर शामिल हैं। सेव लाइफ फाउंडेशन ने इस टीम को साइरस की कार के एक्सीडेंट की जांच के लिए नियुक्त किया है।

टीम का दावा- साइरस का सिर कार की छत से टकराया
फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट के मुताबिक कार की हालत और मिस्त्री के पोस्टमॉर्टम के समय अंदरूनी अंगों के जख्म यह दिखाते हैं कि कार बेहद तेज रफ्तार से चल रही थी। टीम के सदस्यों ने कहा कि हमारे पास पुख्ता रिपोर्ट है कि पिछली सीट पर बैठे दोनों लोगों (साइरस और जहांगीर) ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखा था। यही वजह थी कि डिवाइडर से कार टकराने पर दोनों जोर से उछले और उनका सिर कार की छत से टकराया। इससे उनके सिर और शरीर के दूसरे अंगों पर जानलेवा चोटें लगीं।

जांच टीम ने बताया- अगर साइरस और जहांगीर ने सीट बेल्ट लगाया होता, तो ऐसे एक्सीडेंट के बाद उन पर खरोंच के निशान मौजूद होते। साइरस की मर्सिडीज में पीछे के दोनों सीट बेल्ट बिल्कुल ठीक हालत में अपनी पोजिशन पर मिले। इसका मतलब है कि हादसे के समय वे इस्तेमाल नहीं किए जा रहे थे।

एक्सीडेंट में साइरस ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था
अहमदाबाद-मुंबई हाईवे पर रविवार को हुए हादसे में साइरस मिस्त्री (54) की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में उनके दोस्त जहांगीर पंडोले (49) की भी जान चली गई थी। कार ड्राइव कर रही महिला डॉक्टर अनायता पंडोले और उनके पति दरीयस पंडोले घायल हैं। दरीयस JM फाइनेंशियल के CEO हैं। स्थानीय लोगों ने कार से चारों को निकाला था।

टकराने पर कार के फ्रंट और कर्टेन एयरबैग भी खुले थे
एयरबैग्स को लेकर टीम ने कहा कि चूंकि दुर्घटना सामने की तरफ से हुई इसलिए आगे वाले एयरबैग खुले। शायद एनर्जी के ट्रांसफर के चलते दाहिनी तरफ के कर्टेन एयरबैग भी खुल गए थे। फोरेंसिक टीम मर्सिडीज इंडिया के अधिकारियों के भी संपर्क में है। कंपनी जल्द ही सरकार को अपनी रिपोर्ट सब्मिट करने वाली है। सेव लाइफ फाउंडेशन के अलावा मुंबई के कलीना से फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरीज की टीम भी दुर्घटना की जांच कर रही है।