छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : पत्नी को ढूंढते-ढूंढते मिली मौत, बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ हुई थी फरार, जगह-जगह की खाक छानता रहा पति; नदी पार करते वक्त बहा

मुंगेली I मुंगेली जिले में अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में बहती मनियारी नदी में एक व्यक्ति की लाश मिली है। मृतक बिलासपुर जिले के मस्तूरी का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि वो अपनी पत्नी की तलाश में निकला था, लेकिन उफनती नदी को पार करते हुए वो उसमें बह गया और उसकी मौत हो गई।

मृतक शिवशंकर जोगी की पत्नी सुनीता जोगी 3 साल पहले बच्चों को छोड़कर किसी वनकर्मी के साथ फरार हो गई थी। तब से वो अपनी पत्नी की तलाश में जुटा हुआ था। इसी दौरान उसे पता चला कि उसकी पत्नी जिस वनकर्मी के साथ गई है, वो अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर जोन में स्थित जल्दा क्षेत्र में पदस्थ है। ऐसे में अपनी पत्नी की तलाश करता हुआ शिवशंकर जंगल में पहुंचा था। जहां नदी को पार करते वक्त उसके साथ ये अनहोनी हो गई। सुनीता और शिवशंकर की दो बेटियां और एक बेटा है।

खुड़िया चौकी प्रभारी एच आर वर्मा ने बताया कि बिलासपुर जिले के मस्तूरी का रहने वाला 50 वर्षीय शिवशंकर जोगी 28 अगस्त की सुबह अपने दो साथियों तुकेश दिवाकर और गज्जू चेलकर के साथ निकला था। ये तीनों बाइक से छपरवा होते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंदर बसे गांव सुरही पहुंचे थे। रात 8 बजे ये सुरही से वापस अपने घर के लिए निकले। वनग्राम छपरवा से पहले पड़ने वाली मनियारी नदी अपने उफान पर थी। नदी पर बने बंगला रपटा के 4 फीट ऊपर तक पानी का तेज बहाव था।

शिवशंकर के एक साथी गज्जू चेलकर के पैर में चोट लगी हुई थी। इस वजह से वो वहीं पर बैठ गया, जबकि दूसरा साथी तुकेश दिवाकर रपटे के ऊपर बह रहे पानी की गहराई नापने के लिए जंगल में लकड़ी तलाश करने चला गया। इस बीच शिवशंकर जोगी तेज बहाव में ही रपटे से गुजरने की कोशिश करने लगा। रपटे के बीच में पहुंचते ही उसका बैलेंस बिगड़ गया और वो नदी में बह गया। रात के अंधेरे में उसके साथियों ने उसे तलाश किया, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला। उन्होंने रात छपरवा में ही काटकर सुबह मस्तूरी वापस पहुंचकर घटना की जानकारी शिवशंकर के परिजनों को दी।

30 अगस्त को परिजनों ने लोरमी की खुड़िया चौकी पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की, लेकिन पानी अधिक होने के कारण उसका पता नहीं चला। पानी कम होने पर गुरुवार को शिवशंकर की लाश मनियारी नदी में कहुआ के पेड़ पर फंसी हुई हालत में मिली। पानी में 3 दिन तक पड़े होने की वजह से मृतक का शरीर पूरी तरह से फूल गया था। वहीं मछलियों नें भी शरीर के कुछ हिस्से को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने शव कोको पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।