
उत्तर छत्तीसगढ़ के कई जिलों समेत दुर्ग में शीतलहर चलने के साथ कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जशपुर और कोरिया में शनिवार को न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री रहा। पेंड्रारोड का 7, अंबिकापुर 6, कोरबा में 7.7 डिग्री रहा। कवर्धा के चिल्फी घाटी में भी पाला पड़ रहा है, जबकि जशपुर में बर्फ जमने लगी है। इस बीच राजधानी तापमान 12.2 से बढ़कर 13.8 डिग्री पर आ गया।
हालांकि यह सामान्य है। इस वजह से ठंड में मामूली कमी आई है। हवा की दिशा उत्तर-पूर्व होने के बावजूद ज्यादातर जिलों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में ज्यादा परिवर्तन नहीं हुए। मौसम विभाग के अनुसार फरवरी अंत या 15 मार्च तक उतार-चढ़ाव के साथ ठंड जारी रह सकती है। पिछले साल मार्च तक हल्की ठंड पड़ रही थी।
गर्मी, फिर ठंडी, बच्चों का बिगड़ रहा स्वास्थ्य
चार दिन पहले तक प्रदेश के सभी जिलों में ठंड गायब थी। अचानक ठंड बढ़ गई तो बच्चों के साथ बड़े भी बीमार पड़ने लगे हैं। अंबेडकर के पीडियाट्रिक विभाग की ओपीडी में सर्दी, खांसी व वायरल फीवर के मरीज फिर बढ़ने लगे हैं। एचओडी डॉ. शारजा फुलझेले ने बताया कि मौसम में अचानक बदलाव बच्चे नहीं झेल पाते इसलिए वे जल्द बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे समय में खास सावधानी बरतने की जरूरत है। कोई भी ठंडी चीज खाने से बचें।